राष्ट्रीय परशुराम परिषद के बारे में
धर्म की रक्षा के लिए सर्वशक्तिमान ईश्वर पृथ्वी पर अवतार लेते हैं, दुष्ट राक्षसों के विनाश के लिए ईश्वर देश काल और परिस्थिति के अनुसार आवश्यकतानुसार जन्म लेते हैं, माया के माध्यम से ही इस मायावी संसार का पालन-पोषण और उद्धार करते हैं। भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान श्री परशुराम महान ईश्वर हुए, श्री परशुराम ने जहां राक्षसों का समूल नाश किया, वहीं भगवान शिव की अनन्य भक्ति प्रेरणा और शिक्षा से उन्होंने संपूर्ण मानव जाति की सेवा की, भगवान परशुराम से बड़ा कोई गुरु नहीं हुआ, और न ही कोई महान योद्धा।
जहां ईश्वर सर्वोच्च आदर्शों के संस्थापक थे, वहीं वे शस्त्र धारण कर लोगों की रक्षा के लिए भी तत्पर रहते थे। भगवान श्री राम के धर्मपरायण रूप को जन-जन के समक्ष प्रस्तुत करने का श्रेय भी भगवान परशुराम को ही जाता है। भगवान परशुराम के कारण ही लोग भगवान श्री राम के भव्य रूप के दर्शन कर रहे हैं। भगवान परशुराम के प्रेरक व्यक्तित्व और उनके द्वारा किए गए दिव्य कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय परशुराम परिषद की स्थापना की गई है, राष्ट्रीय परशुराम परिषद एक राष्ट्रीय संगठन है।

पं. श्री सुनील भराला
- परशुराम शक्ति वाहिनी
- परशुराम स्वाभिमान सेना