राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा दो दिवसीय (19-20 जून 2022) भगवान श्री परशुराम राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं संत समागम का आयोजन अवधूत मंडल आश्रम, हरिद्वार में शुभारंभ किया गया, इस मौके पर राष्ट्रीय परशुराम परिषद के संस्थापक एवं उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री पंडित सुनील भराला जी ने संगोष्ठी को संबोधित किया।
भगवान परशुराम को लेकर फैली मिथ्याओं को तोड़ने जुटे संत माननीय पंडित श्री Pandit Sunil Bharala जी के मार्गदर्शन से
राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा हरिद्वार में भगवान परशुराम राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं संत समागम का आयोजन हुआ|
जिसमे 18 राज्यों से 14 कुलपति/उपकलपति, 32 प्रोफेसरों सहित बड़ी संख्या में संत, राजनीतिक और विद्वान उपस्थित रहे।
- Shri K.V. Krishnan Ji
- परम पूजनीय आदरणीय जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
- विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री आदरणीय आचार्य श्री राधा कृष्ण मनोडी जी
- वरिष्ठ प्रचारक माननीय श्री अशोक बेरी जी
- परम पूज्य महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरि जी महाराज
- Ashwini Upadhyay
- डॉ विशेष गुप्ता जी, अध्यक्ष बाल अधिकार संरक्षण आयोग उत्तर प्रदेश
- केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे जी
- स्वामी चिंदानन्द जी
- तुलसी महाराज जी
- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माननीय श्री इंद्रेश कुमार जी
- आदरणीय कामेश्वर चौपाल जी,
- माननीय Tirath Singh Rawat जी
- परम पूज्य महामंडलेश्वर शिव प्रेमानंद जी
- परम पूज्य आचार्य श्री रवींद्र पुरी जी (अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद)
- श्री श्री १००८ निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर परमपूज्यनीय स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज जी


आदरणीय @AshwiniUpadhyay जी का भगवान श्री परशुराम राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं संत समागम, हरिद्वार में हार्दिक स्वागत।

आदरणीय आचार्य के. विश्वनाथन कृष्णन जी (चेन्नई) ने तृतीय सत्र में वैदिक पौराणिक आख्यान पर अपने विचार साझा करें।

विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री आदरणीय आचार्य श्री राधा कृष्ण मनोडी जी का भगवान परशुराम राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं संत समागम में सानिध्य प्राप्त हुआ।

आदरणीय डॉ कुमार आशुतोष जी, प्रोफेसर दिल्ली यूनिवर्सिटी ने द्वितीय दिवस - प्रथम सत्र में भगवान श्री परशुराम जी के जीवन पर प्रकाश डाला।

आदरणीय डॉ श्री बलदेवा नंद सागर जी, संस्कृत न्यूज़ दिल्ली दूरदर्शन, ने तृतीय सत्र में वैदिक संस्कृति के अप्रतिम संरक्षक, भगवान श्री परशुराम जी के लोक कल्याणकारी जीवन पर सभी लोगों का मार्गदर्शन किया।

माननीय श्री Tirath Singh Rawat (पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड एवं सांसद) जी ने राष्ट्रीय परशुराम शोध संगोष्ठी एवं संत समागम कार्यक्रम में भाग लिया और भगवान परशुराम जी के जीवन पर अपने विचार व्यक्त किए।

आदरणीय डॉ श्री बलदेवा नंद सागर जी, संस्कृत न्यूज़ दिल्ली दूरदर्शन, ने तृतीय सत्र में वैदिक संस्कृति के अप्रतिम संरक्षक, भगवान श्री परशुराम जी के लोक कल्याणकारी जीवन पर सभी लोगों का मार्गदर्शन किया।2

आदरणीय प्रोफेसर देवी प्रसाद त्रिपाठी जी, कुलपति उत्तराखंड संस्कृत विद्यालय हरिद्वार, ने भगवान श्री परशुराम जी के जीवन दर्शन पर अपने विचार व्यक्त किए।

परम पूजनीय महामंडलेश्वर योगी हितेश्वर नाथ महाराज जी ने राष्ट्रीय परशुराम शोध संगोष्ठी में अपने विचार रखे और हम सब का मार्गदर्शन किया।

आदरणीय श्री जे.पी. शर्मा जी (कुलपति,जम्मू यूनिवर्सिटी) ने तृतीय सत्र में भगवान श्री परशुराम जी के जीवन वृतांत पर अपने विचार व्यक्त किए।

डॉ विशेष गुप्ता जी, अध्यक्ष बाल अधिकार संरक्षण आयोग उत्तर प्रदेश ने वर्तमान युग में भगवान श्री परशुराम जी की प्रासंगिकता पर अपने विचार रखे।

द्वितीय सत्र में प्रोफेसर राम नारायण द्विवेदी जी ने युगानुकूल भगवान परशुराम की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला.

माननीय केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे जी ने भगवान परशुराम जी को पुष्प अर्पित कर, दीप प्रज्ज्वलित किया एवं कार्यक्रम को संबोधित किया।

परम पूज्य आचार्य श्री रवींद्र पुरी जी (अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद) का भगवान परशुराम शोध संगोष्ठी एवं संत समागम कार्यक्रम में सानिध्य प्राप्त हुआ।

परम पूज्य महामंडलेश्वर शिव प्रेमानंद जी का भगवान परशुराम शोध संगोष्ठी एवं संत समागम कार्यक्रम में सानिध्य प्राप्त हुआ।

योगिनी राधा सरस्वती जी का भगवान परशुराम शोध संगोष्ठी एवं संत समागम कार्यक्रम में सानिध्य प्राप्त हुआ।

परम पूज्य श्री श्री तुलसी जी महाराज जी का भगवान परशुराम राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं संत समागम कार्यक्रम में सानिध्य प्राप्त ।पूज्य महाराज जी ने अपने ओजस्वी वचनों से सभी को कृतार्थ किया।

परम पूज्य श्री देव मुरारी महाराज जी (वृंदावन) का भगवान परशुराम शोध संगोष्ठी एवं संत समागम कार्यक्रम में सानिध्य प्राप्त हुआ।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ @RSSorg के वरिष्ठ प्रचारक माननीय श्री अशोक बेरी जी का राष्ट्रीय परशुराम शोध संगोष्ठी एवं संत समागम में सानिध्य प्राप्त हुआ।

परम पूज्य महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरि जी महाराज का भगवान परशुराम शोध संगोष्ठी कार्यक्रम में सानिध्य एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।

परम पूजनीय चैतन्य शंभू जी महाराज कथा वाचक अहमदाबाद गुजरात जी ने भगवान श्री परशुराम जी के मूल्यों का आदर्श पर अपने विचार रखें।

आदरणीय प्रोफेसर देवी प्रसाद त्रिपाठी जी, कुलपति उत्तराखंड संस्कृत विद्यालय हरिद्वार, ने भगवान श्री परशुराम जी के जीवन दर्शन पर अपने विचार व्यक्त किए।2

आदरणीय प्रोफेसर रमाकांत पांडे जी, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर ने स्कंद पुराण के सहयाद्री खंड में भगवान श्री परशुराम जी के जीवन पर प्रकाश डाला

आदरणीय प्रोफेसर शिव शंकर मिश्र जी ने तृतीय सत्र का शुभारंभ किया और भगवान श्री परशुराम जी की जन्म भूमि पर अपनी शोध शोध को साझा किया।

आदरणीय प्रोफेसर रमेश कुमार पांडे जी ने भगवान श्री परशुराम जी की सांस्कृतिक देन के बारे में पर प्रकाश डाला।

माननीय श्री मूरत राम शर्मा जी अध्यक्ष एसटी आयोग उत्तराखंड में द्वितीय सत्र में भगवान श्री परशुराम जी के जीवन व स्थान पर अपने विचार रखे।

प्रोफेसर भगवत शरण शुक्ल जी ने द्वितीय सत्र में भगवान श्री परशुराम जी की कर्म भूमि तथा तपोभूमि एवं युद्ध भूमि आदि पर विचार रखें.

द्वितीय सत्र में प्रोफेसर विनय त्यागी जी ने महाभारत से भगवान श्री परशुराम जी अंबा प्रसंग पर अपने शोध पर प्रकाश डाला.

द्वितीय सत्र में प्रोफेसर विनय कुमार पांडे जी ने भगवान श्री परशुराम जी की युद्ध भूमि पर अपने शोध के विषय में बताया