राष्ट्रीय परशुराम परिषद के अथक प्रयास एवं देशभर के विद्वानों द्वारा किए गए शोध एवं संकलन के आधार भगवान श्री परशुराम जी की जन्मस्थली, तपोस्थली, युद्धस्थली व कर्मस्थली का में उद्घोष हुआ।
- 20th नवंबर 2022
- वाराणसी

बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आज होने जा रहा है उनके परम शिष्य भगवान श्री परशुराम जी की जन्मस्थली, युद्ध स्थली एवं तपोस्थली का उद्घोष।
हमारे साथ इन ऐतिहासिक क्षणों के साक्षी बने।
भगवान परशुराम जी के जीवन संस्करण से जुड़ी सभी घटनाएं।
राष्ट्रीय परशुराम परिषद के संकल्प व्रत का पूर्ण होने का समय आज आ गया है विगत 5 वर्षों से राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा स्थापित भगवान परशुराम शोध पीठ द्वारा निकाले निष्कर्षों की ऐतिहासिक घोषणा आज काशी नगरी मे हुआ।
भगवान श्री परशुराम जी का मध्य प्रदेश में इंदौर के निकट जानापाव में बनेगा भव्य मंदिर
राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा आयोजित भगवान श्री परशुराम जी के जन्म स्थली, तपोस्थली एवं युद्ध स्थली के ऐतिहासिक उद्घोष समारोह में पूजनीय संतों का सानिध्य प्राप्त हुआ व देश भर से आए विद्वानों की सहभागिता रही।
Shri K.V. Krishnan Ji
- माननीय श्री कामेश्वर उपाध्याय जी (काशी विद्वत परिषद)
- आदरणीय प्रो. के एन द्विवेदी जी (डीन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय)
- आदरणीय प्रो. कृष्ण मोहन ओझा जी (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय)
- माननीय श्री कामेश्वर चौपाल जी (सदस्य, श्रीराम जन्मभूमि न्यास समिति)
- परम पूजनीय रंगमहल पीठाधीश्वर राम शरण दास जी महाराज (अयोध्या)
- जगतगुरू सुमेरु पीठधिश्वर शंकराचार्य स्वामी श्री नरेंद्रानंद सरस्वती महाराज जी